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Raipur International Film Festival
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# छत्तीसगढ़ फिल्म एंड विसुअल आर्ट सोसाइटी का आयोजन : दिनांक - 10 मार्च , शनिवार, सायं 6.30, वृन्दावन हॉल सिविल लाइन , रायपुर

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# खुशखबरी

दोस्तों, मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि तीसरा रायपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टीवल 12 दिसंबर से 18 दिसंबर तक होने जा रहा है। इस फेस्टीवल में हम छत्तीसगढ़ की पृष्ठभूमि और छत्तीसगढ़ में बनी फिल्मों के अलावा बहुत से ऐसी फिल्में दिखाने जा रहे हैं जिनका अपना विशेष महत्व है। विनोद कुमार शुक्ल के उपन्यास नौकर की कमीज और संजीव बक्शी के उपन्यास भूलन कांदा पर बनी दो फिल्मों का प्रदर्शन इस समारोह में होने जा रहा है। एक उपन्यास फिल्म में कैसे तब्दील होता है इस पर बातचीत होगी। इसके अलावा सिनेमा पर सार्थक बातचीत और विमर्श भी होगा। कम संसाधनों में हम बेहतर कर पाएं यह कोशिश है। इस कोशिश में आपका सहयोग चाहिए। फिल्म फेस्टीवल के दौरान हम बहुत सारी शार्ट फिल्मों और पुरस्कृत एवं चुनिंदा फिल्मों का प्रदर्शन भी करने जा रहे हैं। दोपहर के समय हमारी कोशिश है कि हम पुरस्कृत और प्रशंसित अलग-अलग भाषाओं की रिजनल फिल्में भी दिखाएं।

आने वाले समय में हम आपको दिखाई जाने वाली फिल्मोें का पूरा शेड्यूल और गोष्ठी-विमर्श की जानकारी देंगे। फिल्म फेस्टीवल के समानांतर ही राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (NSD) के सहयोग से 10 दिवसीय थिएटर एप्रिसिएशन कोर्स भी करने जा रहे हैं जिसकी शुरुआत 11 दिसंबर से होगी और समापन 20 दिसंबर को होगा। इस दौरान हमारे बीच देश के ख्यातिनाम फिल्ममेकर, कलाकार, रंगकर्मी उपस्थित रहेंगे।

सुभाष मिश्र

+91 9425203900, 8959444440

mishra.subhash19@gmail.com

 

# एपरिशियेशन कोर्स

11 दिसम्बर से रायपुर मे प्रारंभ हो रहे दस दिवसीय थियेटर एपरिशियेशन कोर्स मे थियेटर की ख्यातिनाम हस्तियां बतायेंगी नाटक की बारिकियाँ देंगी व्यवहारिक ज्ञान राष्ट्रीय नाटंय विधालय NSD के सहयोग से रायपुर के वृंदावन हाल मे छत्तीसगढ फ़िल्म एंड विजुअल आर्ट सोसाइटी द्वारा

11 दिसम्बर से रायपुर मे आयोजित किये जा रहे दस दिवसीय थियेटर एपरिशियेशन कोर्स मे थियेटर की ख्यातिनाम हस्तियां बतायेंगी नाटक की बारिकियाँ और प्रशिक्षणार्थियों को देगी व्यवहारिक ज्ञान संबंधित प्रशिक्षण ।11 दिसम्बर से 20 दिसम्बर तक चलने वाले इस एपरिशियेशन कोर्स के लिए पंजीयन की प्रक्रिया जारी है ।

देश के ख्यातिनाम निर्देशक देवेन्द्र राज अंकुर , शान्तनु घोष , आलोक चटर्जी , संजय उपाध्याय , राबिन दत्ता , साउती चक्रवृति अलग -अलग तिथि मे उपस्थित रहेंगे ।एपरिशियेशन कोर्स के लिए छत्तीसगढ के अलावा मध्यप्रदेश , बिहार , झारखंड , हरियाणा , पंजाब , महाराष्ट्र से भी प्रशिक्षणार्थियों के आवेदन प्राप्त हुए हैं ।

नाटक एकमात्र जीवंत कला - देवेन्द्र राज अंकुर

# रायपुर मे NSD का दस दिवसीय एपरिशियेशन कोर्स प्रारंभ

छत्तीसगढ़ फ़िल्म एंड विजुअल आर्ट सोसायटी के द्वारा राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के सहयोग से आज से रायपुर के वृंदावन हाल मे “थिएटर एप्रिसिएशन कोर्स” की शुरूआत हुई । कोर्स के शुभारंभ अवसर पर अपने उद्बबोधन मे NSD के पूर्व निर्देशक , सुप्रसिद्ध रंग निर्देशक देवेन्द्र राज कहा कि सभी कलाओं मे नाटक ही एकमात्र जीवंत कला है । बाक़ी कला माध्यमों मे बिना दर्शक और कलाकार के भी प्रदर्शन हो सकता है किन्तु नाटक के लिए दर्शक और कलाकार का होना ज़रूरी है ।

इस 10 दिवसीय थियेटर एपरिशियेशन कोर्स के निर्देशक मुंबई के मशहूर प्रॉडक्शन डिज़ाइनर श्री जयंत देशमुख है. इस कोर्स मे देश के मशहूर नाट्य निर्देशक अभिनेता और तकनीकी पक्ष के गुरु जन हमारे बीच होंगे।देवेन्द्र राज अंकुर जी राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के निदेशक रह चुके, ‘संभव’ नाट्य समूह के संस्थापक है और रंगमंच के क्षेत्र में ‘कहानी का रंगमंच’ की शुरुआत के लिए जाने जाते हैं,

देवेन्द्र राज अंकुर ने आज के प्रथम सत्र में बातचीत किया कि रंगमंच करने के लिए कौन सी चीजें आवश्यक है,श्री दीपक लोहार इस दस दिवसीय थिएटर एप्रिसिएशन कोर्स के को - ओरडिनेटर हैं, दीपक जी राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से पास आउट हैं। इस थिएटर एप्रिसिएशन कोर्स में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से श्री रॉबिन दास,श्री संजय उपाध्याय, श्री आलोक चटर्जी, श्री आसिफ अली हैदर , शफात खान प्रशिक्षण देंगे।

उद्घाटन समारोह के दौरान श्री सुभाष मिश्रा जी ने कहा कि यह दस दिनों का थिएटर एप्रिसिएशन कोर्स क्यों? हम यहा निरंतर रंगकर्म कर रहे हैं, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के सहयोग से यह संभव हो सका है और मेरा यह विश्वास है कि इस कोर्स को करने के बाद हमारे रंगकर्म में वो अंतर नज़र आना चाहिए.

श्री अंकुर ने कहा कि भारत में प्रोफेशनल रंगमंच की शुरुआत पारसी रंगमंच से हुई, पारसी कंपनियों ने सबसे पहले अभिनेता को अभिनय का, संवाद लिखने वाले को पैसा, निर्देशक को निर्देशन करने का पैसा देना शुरू किया, क्योंकि उनके मालिक व्यवसायी थे तो लोगों ने व्यावसायिक रंगमंच कम्पनियां बनायी, हर कम्पनियों ने अपने लिए एक - एक लेखक रख लिया और दर्शकों की मांग के अनुरूप लेखन किया जाने लगा, once more एक बार और की परम्परा वहीं से आयी यदि कोई दृश्य दर्शकों को अच्छा लगा तो दर्शक once more चिल्लाते थे और अभिनेता उस दृश्य को दोबारा प्रस्तुत करता था।

 

# आज थियेटर ऑफ़ इंडिया का प्रदर्शन

थियेटर एपरिशियेशन कोर्स मे 12 दिसम्बर को सुबह दस बजे से जब्बार पटेल द्वारा निर्देशित फ़िल्म थियेटर ऑफ़ इंडिया का प्रद़र्शन होगा । 100मिनट की अवधि की इस फ़िल्म के प्रदर्शन के बाद इस पर देवेन्द राज अंकुर , दानिश इक़बाल , योग मिश्र , डॉ योगेन्द्र चौबे दीपक लोहार चर्चा मे हिस्सा लेंगे ।

 

# फ़िल्म फ़ेस्टीवल की शुरूआत आज से

छत्तीसगढ़ फ़िल्म एंड विजुअल आर्ट सोसायटी, रायपुर 12 दिसम्बर से 18 दिसम्बर तक आयोजित तीसरे रायपुर इंटरनेशनल फ़िल्म फ़ेस्टीवल का शुभारंभ शाम 6.30 से होगा । ओपनिग फ़िल्म के रूप मे दानिश इक़बाल की फ़ीचर फ़िल्म साधो से होगा । यह फ़िल्म छत्तीसगढ के जशपुर मे फ़िल्माई गई है । दोपहर मे मराठी फ़िल्म फेंडी और स्वर्गीय शशि कपूर की अभिनीत फ़िल्म न्यू दिल्ली टाईम्स का प्रदर्शन होगा ।समारोह मे स्वर्गीय शशिकपूर को श्रद्धांजलि दी जायेगी

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